लाल टमाटर से कई ज्यादा मुनाफेदार है गोल्डन टमाटर

लाल टमाटर से कई ज्यादा मुनाफेदार है गोल्डन टमाटर, आइये आपको बताते हैं किस तरह आप इसकी खेती करके कमा सकते हैं मोटा मुनाफा।

किसानों की पहली पसंद बन रहा है गोल्डन टमाटर

आज के समय ज्यादातर भारत में लाल टमाटर की जगह गोल्डन टमाटर की खेती को ज्यादा महत्व दिया जा रहा है क्योंकि इसका स्वाद लाजवाब है और साथ ही लंबे समय तक यह टमाटर खराब नहीं होता, और किसानों को इसकी खेती करके बहुत ही अच्छा मुनाफा कमाने का मौका मिलता है इसकी डिमांड बाजार में तेजी से बढ़ती ही जा रही है टमाटर की कई किस्म में से ये गोल्डन टमाटर बहुत ही लोकप्रिय किस्म माना जाता है।

इसके अनेको फायदा है यह आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है साथ ही यह टमाटर पोषक तत्वों से भरपूर होता है और साधारण टमाटर की तुलना में अधिक फायदेमंद माना जाता है, उच्च उपज और ज्यादा कीमत मिलने के कारण गोल्डन टमाटर किसने की आय में वृद्धि का मुख्य स्रोत बन रहा है आईये अब गोल्डन टमाटर की खेती कैसे करें इसके बारे में जानते हैं।

इस तरह आप भी कर सकते हैं खेती

गोल्डन टमाटर की खेती कई क्षेत्रों में की जाती है मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र जैसे राज्य में इस टमाटर को उगाया जाता है इसकी खेती करके किसान काफी अच्छी आमदनी कमा पाते हैं हिमाचल प्रदेश में तो यह टमाटर बहुत ही ज्यादा बढ़िया स्रोत माना जाता है इसे लाल सोना के नाम से भी जाना जाता है इस टमाटर की खेती करने के लिए आपको पूर्ण सूर्य की आवश्यकता होती है इसलिए गर्म और आद्र क्षेत्र में इसकी खेती की जाती है।

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  • गोल्डन टमाटर की खेती करने के लिए आपको दोमट और पोषक तत्वों से भरपूर अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी की आवश्यकता होती है, मिट्टी का पीएच मान लगभग 6.8 होना चाहिए साथ ही गर्मियों में 26 डिग्री सेल्सियस तापमान फलों के विकास के लिए बहुत ही उपयुक्त है।
  • गोल्डन टमाटर के बीजों को बोने से पहले नर्सरी में बीजों को अच्छी मिट्टी और गोबर की खाद के साथ मिलाकर बोना होता है, साथ ही आप इसकी अच्छी पैदावार के लिए वर्मी कंपोस्ट और नीम की खली जैसी जैविक खाद का इस्तेमाल कर सकते हैं।
  • फूलों के आने से पहले फल बनते समय आपको इसमें NPK (19-19-19) उर्वरक का इस्तेमाल भी करना होगा इसमें सल्फर, कैल्शियम जैसे सूक्ष्म पोषक तत्व की कमी भी पूरी करनी होगी। तभी जाकर आपके टमाटर का पौधा अच्छी तरह से विकसित हो पाएगा।
  • अपने खेत में पौधों की रोपाई करने से पहले मिट्टी को अच्छी तरह से जुताई करके तैयार कर ले फिर 10 से 15 दिन के अंतराल में पौधों को लगाए हर एक पौधे के बीच लगभग 2 से 3 फीट की दूरी रखना जरूरी है।
  • टमाटर की फसल को नियमित रूप से सिंचाई और निराई का भी ध्यान रखना होगा इस पानी की आवश्यकता होती है इसलिए फूल आने और फल लगने के समय आप इसे पर्याप्त पानी देने का ध्यान रखें।
  • गोल्डन टमाटर के पौधे को सहारा देने के लिए बांस या तार का उपयोग आप कर सकते हैं साथ ही कई किसानों ने सुझाव देकर कहा है कि पॉलीहाउस में टमाटर की खेती करने से कीटो और बीमारियों से सही तरह से बचाव किया जा सकता है फलों के रंग और स्वाद को बेहतर बनाने के लिए तापमान की तीव्रता का भी ध्यान रखना जरूरी होता है।
  • गोल्डन टमाटर के पौधे को कीट से बचाने के लिए नीम तेल या अन्य जैविक कीटनाशकों का प्रयोग आप कर सकते हैं और जो भी पौधे रोगग्रस्त हैं उन्हें तुरंत हटा दे इस तरह पौधे का रोग नियंत्रण में रख सकते हैं।
  • गोल्डन टमाटर के पौधे में कई बार फलों में दरारें आने की समस्या का सामना करना पड़ता है तो फल पकने के समय आप चिलेटेड बोरोन का छिड़काव करें इससे दरारें आने से रोका जा सकता है।
  • समय-समय पर पौधे की खरपतवार निकलते रहे साथ ही पौधे को सीधी धूप में रखें और सिंचाई की अच्छी व्यवस्था करें इन सभी तरीकों को अपनाने के बाद आप गोल्डन टमाटर की अच्छी तरह से पैदावार कर सकेंगे और इससे आपको कुछ ही समय में अच्छे आमदनी कमाने का मौका मिल जाएगा।

हाथों-हाथ बिक्री के साथ मिलता है बेहतरीन दाम

किसान भाई मात्र 1 एकड़ में 200 क्विंटल तक उत्पादन कर सकते हैं और यदि बाजार में अच्छे दाम पर यह टमाटर बिक रहा है तो आप एक एकड़ जमीन में खेती करके 5 से 6 लाख रुपए तक का मुनाफा कमा सकते हैं इसकी खेती में आपको मात्र 20 से 25 हजार की लागत लगानी होगी, टमाटर की खेती करना आपके लिए बहुत ही अच्छा विकल्प हो सकता है क्योंकि बाजार में टमाटर का दाम लगभग 2000 रूपए प्रति किलोग्राम है यह सबसे अच्छी और महंगी किस्म का टमाटर है जो किसने को लाखों का मुनाफा आसानी से कर सकता है।

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