गेहूं के पीलेपन से बढ़ रही है किसान भाइयों की परेशानीगेहूं के पीलेपन से बढ़ रही है किसान भाइयों की परेशानी

गेहूं के पीलेपन से बढ़ रही है किसान भाइयों की परेशानी, मानें विशेषज्ञों की ये सलाह, गेहूं दिखेंगे हरे-भरे दूर होगा हर रोग। आइये आपको बताते हैं किस तरह आप कर सकते हैं फसल का पीलेपन से बचाव।

गेहूं का पीलापन कोई रोग नहीं

अपने खेतों में गेहूं की खेती कई सारे किसान करते हैं, लेकिन गेहूं की खेती करते समय किसानों को कई सारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। कई बार बेमौसम बरसात की मार तो कई बार कई सारी रोग झेलने पड़ते हैं। गेहूं की फसल को सुरक्षित और स्वस्थ बनाने के लिए किसान कई तरह के उपाय आजमाते रहते हैं, लेकिन कई बार इन उपायों के लगातार आजमाते रहने से या फिर अधिक सिंचाई करने से गेहूं के पौधों की पत्तियां पीली दिखाई देने लगती है। जिस कारण किसान बहुत ही ज्यादा घबरा जाते हैं। उन्हें लगता है कि उनके उत्पादन पर इसका बहुत ही ज्यादा असर पड़ेगा। हालांकि गेहूं का पीलापन इतना ज्यादा घातक भी नहीं होता है और ना ही यह कोई बीमारी है। यह सिर्फ मौसम का असर माना जाता है गेहूं की फसल की सही वृद्धि के लिए तापमान का ठंडा होना बेहद ही आवश्यक है। साथ ही इसमें एक से दो बार सिंचाई करने और फसल के आस-पास पानी भरने की वजह से निकली पत्तियां पीली पड़ने लगती है जिससे कि किसान बहुत ही ज्यादा परेशानी का सामना करते हैं, लेकिन गेहूं की पत्तियों के पीलेपन की वजह कोई रोग नहीं है। इसके लिए किसानों को परेशान होने की आवश्यकता नहीं है। कई सारी कृषि विशेषज्ञों के अनुसार किसानों को इसके लिए कोई चिंता करने की आवश्यकता नहीं है।

यह पीलापन आपका कोई रोग या बीमारी नहीं है बल्कि कुछ आवश्यक सुझावों को अपनाकर आप इस पीलेपन पर को आसानी से दूर कर सकते हैं। आज हम इस आर्टिकल के माध्यम से आपको कुछ ऐसे ही सुझाव देने वाले हैं, जिसके माध्यम से आपका गेहूं की पीली पड़ रही पत्तियां भी हरी-भरी और घनी होने लग जायेंगी। साथ ही इससे आपकी गेहूं का फुटाव की तेजी से होने लगेगा। आइये आपको बताते हैं कि किन कारणों से पौधों में आता है पीलापन।

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इन कारणों से आने लगता है पीलापन

कृषि विशेषज्ञों के अनुसार गेहूं की फसल में पीलापन मौसम के बदलावों की वजह से आता है। कई बार मौसम में बदलाव तेजी से होते हैं। जिस कारण गेहूं की नीचली पत्तियां या फिर ऊपरी पत्तियों में पीलेपन की समस्या देखी जाती है। जैसे ही मौसम फसल के लिए अनुकूल हो जाता है। तब ऐसे ही पौधे भी ठीक हो जाते हैं। ज्यादा सर्दी पड़ने की वजह से गेहूं के खेतों में माक्रोबियल एक्टिविटी बहुत ही ज्यादा कम हो जाती है। जिसके कारण पौधों में नाइट्रोजन का उठाव कम होने लगता है और पौधे अपने अंदर मौजूद नाइट्रोजन को नाइट्रेट में बदलने लग जाते हैं। नाइट्रोजन अत्यधिक गतिशील होने की वजह से नीचली पत्तियों से ऊपरी पत्तियों की ओर चला जाता है जिसके कारण नीचली पत्तियां पीली पड़ने लगती है। जिस कारण किसान इससे बहुत ही ज्यादा चिंतित होने लगते हैं, लेकिन इसमें चिंता करने की कोई आवश्यकता नहीं है। विशेषज्ञों की कुछ सलाह के अनुसार आप गेहूं के पीलेपन को पूरी तरह समाप्त कर सकते हैं। इससे आपकी गेहूं में पीलापन बिल्कुल भी नहीं दिखेगा। आइये आपको बताते हैं क्या इसके विषय में क्या कहते हैं कृषि विशेषज्ञ।

विशेषज्ञों की इस सलाह से करें उपचार

कृषि विभाग के विशेषज्ञों के अनुसार गेहूं की पत्तियों के पीले पड़ने की दिक्कत अगर आपको फसल पर ज्यादा दिखाई दे रही है तो आप इसके लिए कुछ आसान से उपाय आजमा सकते हैं। इसके लिए आप काश्तकार को 2% यूरिया यानी 20 ग्राम यूरिया को प्रति लीटर पानी में अच्छे से मिलाकर गेहूं के पौधे पर इसका छिड़काव कर सकते हैं। साथ ही फसल को ठंड से बचाने के लिए फसलों में समय-समय पर हल्की सिंचाई करते रहें। इससे आपकी गेहूं की पत्तियों का पीलापन बहुत ही जल्द गायब होने लगेगा। साथ ही इस उपाय को करने से आपकी गेहूं की ग्रोथ बहुत ही तेजी से होगी। गेहूं को पर्याप्त नाइट्रोजन मिलने से आपका गेहूं की फसल हरी-भरी और घनी होना शुरू हो जाएगी और आपके गेहूं की फसल में फुटाव भी तेजी से होगा।

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