प्याज की खेती में किसान भाई रखें इन बातों का ख्याल, दोगुना बढ़ेगा कंद का साइज, आइये आपको बताते हैं किस तरह आप कर सकते हैं इसकी खेती।
प्याज की खेती में रखें इन बातों का ख्याल
प्याज की खेती किसानों की आय बढ़ाने के लिए एक कारगर फसल मानी जाती है। इस फसल से किसानों का मुनाफा बहुत ही ज्यादा होता है। यदि कम लागत में अच्छा मुनाफे की बात की जाए तो किसान अक्सर प्याज की खेती करना पसंद करते हैं। लेकिन प्याज की खेती में कई बातों का विशेष ध्यान रखना होता है जिससे कि प्याज की पैदावार काफी अच्छी निकलती है। प्याज की खेती में मिट्टी में सभी पोषक तत्वों की पूर्ति होना बेहद ही आवश्यक है इससे प्याज का उत्पादन अच्छा निकलता है और प्याज को ज्यादा दिनों तक स्टोर भी रखा जा सकता है।

यदि आप प्याज की खेती करते हैं तो आज हम आपको प्याज के कंद का साइज बढ़ाने और उसके बुवाई से लेकर खुदाई तक की प्रक्रिया बता रहे हैं जिसके बाद आप आसानी से प्याज की खेती से अच्छा खासा उत्पादक प्राप्त कर सकेंगे।
कंद का साइज बढ़ाने के लिए करें इस घोल का छिड़काव
प्याज के कंद का साइज बढ़ाने के लिए आप इसकी मिट्टी में पोषक तत्वों की पूर्ति कर सकते हैं इसके लिए आप सल्फर, पोटाश और बोरोन के कांबिनेशन का छिड़काव प्याज पर कर सकते हैं। इन तीन कांबिनेशनों की एक ग्राम मात्रा लेकर प्रति लीटर पानी में मिलाकर प्रति एकड़ इसका छिड़काव करने से प्याज के कंद का साइज तेजी से बढ़ने लगता है। इसका पहला छिड़काव फसल के 55 दिन पूरे हो जाने पर करें और दूसरा छिड़काव इसके 15 दिनों के अंतराल पर करें। ऐसा करने से आपके प्याज के कंद का साइज बड़ा होगा साथ ही प्याज में चमक बढ़ेगी और इसका छिलका मजबूत होगा। जिससे कि आप प्याज को लंबे समय तक स्टोर कर सकेंगे।
ये है बुवाई से खुदाई तक की प्रक्रिया
- प्याज की खेती के लिए आपको सबसे पहले इसके बीजों को फफूंद नाशक दवा से उपचारित करना होगा और खेत की तैयारी अच्छी तरह से करनी होगी।
- इसके लिए खेत की जुताई अच्छी तरह से करें उसके बाद आप इसमें आखिरी जुताई में गोबर की खाद मिला दे और समतल और चौड़ी नालियां बनाएं इसकी हर नाली में क्यारियां बनाएं और क्यारी की अच्छी तरह से सिंचाई करें।
- प्याज के बीजों को गहरी नाली बनाकर 15 से 20 सेंटीमीटर ऊंची क्यारी में बोयें और इसमें गोबर की खाद से अच्छी तरह से ढक दें।
- प्याज की खेती में जल निकासी की उचित व्यवस्था होना बेहद ही आवश्यक है साथ ही इसके लिए बलुई दोमट मिट्टी सबसे अच्छी मानी जाती है प्याज की खेती के लिए मिट्टी का पीएच मान 6.5 से 7.5 होना आवश्यक है।
- प्याज की खेती 70 से 80 दिनों में उत्पादन देने लगती है यदि आप एक एकड़ में प्याज का उत्पादन करते हैं तो इससे आपको 15 से 20 टन उत्पादन प्राप्त होता है।
- जैसे ही प्याज की पत्तियां पीली हो जाए और कंद मिट्टी की ऊपरी सतह पर दिखने लगे तो आप इसकी खुदाई कर सकते हैं।
- कंदों की खुदाई करते समय कंदों को पत्तियों से ढककर रखें ताकि सूर्य का प्रकाश उन पर ना पड़ पाए जैसे ही इसकी पत्तियां सूख जाए तो कंद से डंठल को हटा दें और प्याज के कंदों को हवादार और सूखी जगह पर स्टोर करें।