मुरझाये हुए गेहूं को भी तेजी से बूस्ट करेगा ये शानदार फार्मूला, अगर आपके गेहूं में भी फसल की ग्रोथ रुक गयी है या तेजी से नहीं हो रही है तो आपको आज हम एक ऐसा फार्मूला बताने जा रहे हैं जिसके बाद आपकी फसल भी तेजी से ग्रोथ करेगी।
क्या होता है गेहूं के मुरझाने का कारण
जब भी किसान अपने खेतों में गेहूं की फसल की बुवाई करते हैं तो इसमें कई सारे पोषक तत्वों का छिड़काव करते हैं जिससे कि उनकी मिट्टी के उर्वरक क्षमता बढ़ती है और उनके पौधे बहुत ही तेजी से ग्रोथ करते हैं। लेकिन कई बार ऐसा होता है कि किसान भाइयों को सही जानकारी न होने के कारण वह कई सारे पोषक तत्वों का छिड़काव करना भूल जाते हैं या उनसे इस इन पोषक तत्वों का छिड़काव करने में चूक हो जाती है जिसके कारण पौधों की ग्रोथ रुकने लगती है और कल्लों का फुटाव भी अच्छे से नहीं हो पाता। लेकिन आज हम आपको एक ऐसा फार्मूला बताने जा रहे हैं जिससे आपकी कल्लों का फुटाव बहुत ही बेहतरीन तरीके से होगा। साथ ही आपको अपने पौधों की ग्रोथ रोकने की समस्या का भी सामना नहीं करना पड़ेगा। जब गेहूं की फसल की बुवाई होती है तो इसमें धीरे-धीरे कल्लों का फुटाव आने लगता है तो इस दौरान तने के अंदर छोटी-छोटी बाली आने की शुरुआत होती है और यही तने के साथ ऊपर बढ़ती है। यह अवस्था लगभग 60 से 65 दिन में शुरू हो जाती है। इस समय कुछ महत्वपूर्ण पोषक तत्वों का उपयोग करना बहुत ही अच्छा माना जाता है। यदि आप इस समय गेहूं की बाली के विकास के लिए कुछ महत्वपूर्ण पोषक तत्वों का छिड़काव कर देते हैं तो इससे आपके पौधों की ग्रोथ बहुत ही अच्छी होती है और इससे आपकी बढ़वार भी प्रभावित नहीं होती।

गेहूं में मैंगनीज, सल्फर, जिंक की महत्वपूर्ण भूमिका होती है जो कि आपके गेहूं की गुणवत्ता और उपज को प्रभावित करती है। यदि आप इन पोषक तत्वों की पूर्ति सही समय पर कर देते हैं तो इससे आपकी गेहूं के कल्लों का फुटाव और गेहूं की ग्रोथ बहुत ही अच्छी देखने को मिलती है। यदि आप सही समय पर इन पोषक तत्वों की पूर्ति अपने गेहूं की फसलों में नहीं करते हैं तो इससे आपकी गेहूं की फसल की ग्रोथ रुकने लगती है। साथ ही आपका गेहूं के पौधे मुरझाने लगते हैं। आइये आज हम आपको इन्हीं से मिला-जुला एक फार्मूला बताने जा रहे हैं जिससे आपके पौधों की जिससे आपके पौधों की ग्रोथ बहुत ही तेजी से होगी और इसमें कल्लों का फुटाव भी बेहतरीन तरीके से देखने को मिलेगा।
ये फार्मूला अपनाते ही तेजी से ग्रो करेगी फसल
- यदि आपके पौधे भी मुरझाने लगे हैं और इसमें कल्लों का फुटाव नहीं हो पा रहा है तो आप इसमें मैंगनीज का उपयोग कर सकते हैं। मैंगनीज फोटोसिंथेटिक प्रोटीन और एंजाइम के लिए बेहद ही आवश्यक होता है। साथ ही मैंगनीज पौधों में क्लोरोफिल का निर्माण करता है। जिससे की पत्तियां हरी-भरी और घनी हो जाती है और इसमें प्रकाश संश्लेषण की क्रिया भी अच्छे से चलती रहती है जिससे आपके पौधे बिल्कुल भी नहीं मुरझाते हैं। यदि आपकी फसल में मैंगनीज की कमी हो जाती है तो आपको पत्तों पर हल्के पीले धब्बे दिखाई दे सकते हैं जिससे कि आपका पौधों की ग्रोथ पूरी तरह रुक सकती है या फिर प्रभावित हो सकती है। इसकी कमी को पूरा करने के लिए आपको चिलेटेड मैंगनीज का छिड़काव अपने पौधों में करना होता है। इसका स्प्रे आप 100 से 130 ग्राम प्रति एकड़ छिड़काव कर सकते हैं या फिर आप मैंगनीज सल्फेट 500 ग्राम प्रति किलो एक एकड़ में छिड़काव कर सकते हैं। इससे आपके पौधों में ग्रोथ बिल्कुल भी नहीं रुकेगी।
- अपने मुरझाए हुए गेहूं की फसल के लिए आप जिंक का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। जिंक पौधों में एंजाइम गतिविधियों को बढ़ावा देता है। साथ ही नाइट्रोजन के साथ इसे मिलाकर छिड़काव करने से यह अपनी महत्वपूर्ण भूमिका भी निभाता है। इसकी कमी से भी पौधों की वृद्धि प्रभावित हो सकती है और पत्तियां पीली पड़ सकती है। यदि आप जिंक की कमी को पूरा कर देते हैं तो इससे आपके पौधे बहुत ही तेजी से बढ़ने लगते हैं। इसके लिए आप एक स्प्रे बोतल में 100 से 125 ग्राम से चिलेटेड जिंक का उपयोग कर सकते हैं। यदि आपको यह मार्केट में नहीं उपलब्ध हो पता है तो आप जिंक सल्फेट 33% वाला 500 ग्राम के हिसाब से भी एक एकड़ में छिड़काव कर सकते हैं।
- इसके साथ ही आप बोरोन का छिड़काव भी अपने पौधों में कर सकते हैं। बोरोन पौधों की प्रजनन प्रक्रियाओं के लिए बेहद ही आवश्यक माना जाता है। साथ ही बोरोन गेहूं में नर और मादा के मिलन के लिए भी बेहद आवश्यक होता है। यदि इसकी कमी आपकी फसलों में होती है तो इससे दानों की संख्या और गुणवत्ता बहुत ही तेजी से प्रभावित हो सकती है। लेकिन यदि आप बोरोन की कमी को अपने खेतों की मिट्टी में पूरा कर देते हैं तो इससे आपके पौधे में कल्लों का फुटाव बहुत ही तेजी से होने लगता है और आपके पौधों की ग्रोथ भी अच्छी होती है। इसके लिए आप 100 ग्राम प्रति एकड़ बोरोन का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसका स्प्रे करके आप अपने पौधों की प्रजनन क्षमता में सुधार कर सकते हैं और अपनी उपज को बढ़ा सकते हैं।
कल्लों की संख्या बढ़ाने में ये उपाय आएगा काम
गेहूं में कल्लों की संख्या न बढ़ने के कारण किसान बहुत ही परेशान रहते हैं। साथ ही कल्लों की संख्या को बढ़ाने के लिए कई सारे उपाय आजमाते रहते हैं। लेकिन आज हम आपको एक ऐसा फार्मूला बताने जा रहे हैं जो की कल्लों के फुटाव के लिए बहुत ही बेहतरीन माना जाता है। जिन भी किसान भाइयों की गेहूं की फसल में कल्लों का फुटाव नहीं हो रहा है तो उनके गेहूं की फसल में पोषक तत्वों की कमी देखी जाती है। साथ ही फास्फोरस की कमी से यह चीज बहुत ही तेजी से बढ़ने लगती है। यदि जो किसान फसल में बिजाई के समय ही फास्फोरस डाल चुके हैं, वह उनकी बंपर पैदावार में बहुत ज्यादा असर दिखाता है। साथ ही यदि आप छिड़काव नहीं कर पाए हैं तो आप NPK 12:6:10 को 1.5 किलो प्रति प्रति एकड़ प्रयोग कर सकते हैं और नैनो DAP 250 ML प्रति किलो का उपयोग भी कर सकते हैं। इससे आपको बहुत ही ज्यादा फायदा देखने को मिलेगा। साथ ही आपके कल्लों का फुटाव बहुत ही तेजी से होगा।