जनवरी में इन 2 सब्जियों की खेती से मात्र 55 दिनों में भर जायेंगी आपकी तिजोरियां

जनवरी में इन 2 सब्जियों की खेती से मात्र 55 दिनों में भर जायेंगी आपकी तिजोरियां, आइये आपको बताते हैं कैसे आप भी कर सकेंगे इसकी शुरुआत।

जनवरी में इन 2 सब्जियों की खेती करायेगी मुनाफा

आज तक आपने कई सारी ऐसी सब्जियों की खेती करी होगी जो की बहुत ही कम दिनों में बेहतरीन मुनाफा देती है। आज भी हम आपको दो ऐसी ही सब्जियों के बारे में बताने जा रहे हैं जिसके माध्यम से आप मात्र 55 दिनों के अंदर ही धन कुबेर बन जाएंगे। इससे आपको इतना तगड़ा मुनाफा होगा कि आप भी 55 दिनों के अंदर ही इससे लाखों का मुनाफा कमा सकेंगे। हम बात कर रहे हैं करेले और सेम की सब्जी के बारे में करेले और से की खेती किसानों को बहुत ही तगड़ा मुनाफा कमाने में सहायक होती है। साथ ही इन दो सब्जियों की खेती करने से बहुत ही कम दिनों में भरपूर पैदावार मिलती है।

सेम और करेले की खेती से आपको बहुत ही अच्छा मुनाफा मिलता है। इन सब्जियों की डिमांड बाजार में 12 महीने बनी रहती है। स्वास्थ्यवर्धक होने के कारण यह सब्जियां बहुत ही अच्छा प्रॉफिट देती है। जिसके कारण किसानों को इससे बहुत ही ज्यादा लाभ होता है। यदि आप भी मात्र 55 दिनों के अंदर ही दो सब्जियों की खेती करके अपनी तिजोरियां भरना चाहते हैं तो आप आज ही इन सब्जियों की खेती की शुरुआत कर सकते हैं। आइये हम आपको बताते हैं कि इन सब्जियों की खेती आप किस तरह से कर सकते हैं।

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जानिए सेम की खेती कैसे करें

  • सेम की खेती के लिए मिट्टी का पीएच मान लगभग 6 से 7 के बीच में होना चाहिए।
  • इसकी खेती जल निकासी वाली भूमि में बहुत ही अच्छी होती है।
  • साथ ही इसके लिए ठंडी जलवायु की आवश्यकता होती है।
  • सेम की खेती के लिए रोग प्रतिरोधक किस्म के बीजों का चुनाव करना उचित माना जाता है जिससे कि बीजों से अच्छी पैदावार मिल सके।
  • इसके बीजों को कवकनाशी से उपचारित करना बेहद ही अच्छा होता है सेम की खेती के लिए चैपा और बीन बीटल जैसे कीटों से बचने के लिए आप इसमें क्लोरपायरीफ़ॉस का छिड़काव कर सकते हैं।
  • इसकी खेती के लिए आपको जैविक खाद का इस्तेमाल करना चाहिए। सेम की खेती की मिट्टी को छोड़कर एक दिन धूप में अच्छी तरह से छोड़ देना चाहिए जिससे कि वह सूख जाए। उसके बाद सेम की खेती के लिए बीज को 1 दिन तक पानी में डुबोकर रखना चाहिए।
  • यदि आप 1 एकड़ में खेती कर रहे हैं तो गोबर की खाद डालने के बाद 3 से 4 बार खेत की जुताई अच्छी तरह से कर ले।
  • खेत में खरपतवार नियंत्रित करने के लिए आप खेत में पाटा लगाकर या क्यारियां बनाकर खेती कर सकते हैं।
  • सेम के बीजों को अक्टूबर से नवंबर के महीने में बोया जाता है।
  • इसके बीज को 1.5 से 2 फुट की दूरी पर बोना बेहद ही अच्छा माना जाता है जिससे कि बीजों को अच्छे से अंकुरित होने की जगह मिल सके।
  • बीजों को एक दूसरे से 9 इंच से 1 फुट की दूरी पर लगाया जाता है।
  • सेम की खेती समतल जमीन या उठी हुई मेड या क्यारी में की जा सकती है सेम की फसल बेलदार फसल होती है जिसको सहारा देने के लिए रस्सी या लोहे के तार के से ट्रेलिस बनाना होता है।
  • इसकी पैदावार बढ़ाने के लिए यदि आप इसके बीजों का उपचार कर लेते हैं तो इसकी खेती आपको 2 गुना मुनाफा देती है।
  • 1 एकड़ जमीन में आपको इसके 40 से 50 किग्रा बीजों की आवश्यकता होती है।

करेले की खेती के लिए अपनायें ये प्रोसेस

  • करेले की बुवाई के लिए बलुई या दोमट मिट्टी बेहद ही अच्छी मानी जाती है।
  • साथ ही इसमें जल निकासी की व्यवस्था होना बेहद ही आवश्यक है।
  • करेले की खेती जिस जगह पर की जाती है, वहां पर नालियां बनाई जानी चाहिए ताकि जल भराव की समस्या बिल्कुल भी ना हो पाए।
  • करेले की बीजों को 24 घंटे पानी में भिगोकर रखना चाहिए। भीगे हुए बीजों को दोगुनी मात्रा में नमी वाले रेत में मिलाना चाहिए।
  • साथ ही इसे रेत से ढंककर 3 से 4 दिन तक रखना चाहिए।
  • गर्मी के मौसम में करेले की बुवाई बेहद ही बेहतरीन साबित होती है।
  • जनवरी से मार्च के बीच में करेले की बुवाई करना बेहद ही अच्छा माना जाता है।
  • इसमें आपको पैदावार भी भरपूर मिलती है। साथ ही यह फसल 55 दिनों के अंदर ही तैयार हो जाती है।
  • करेले की अच्छी पैदावार के लिए 18 से 25 डिग्री सेंटीग्रेड का तापमान बहुत ही अच्छा माना जाता है।
  • नर्सरी विधि से खेती करने के लिए सबसे पहले नर्सरी ट‍्रे में कोकोपीट, वर्मीकुलाइट और पर्लाइट का 2:1:1 का मिश्रण डालना चाहिए। 
  • रोपाई के लिए पहले खेत को तैयार करके 1.5-2 मीटर की दूरी पर लगभग 60-75 सेमी चौड़ी नाली बना लें। जिससे की जलभराव बिल्कुल ना हो पाये।
  • नाली के दोनों ओर मेड़ के पास 1-1 मीटर के अंतर पर 3 से 4 पौधों की रोपाई कर सकते हैं।
  • करेले के बीजों को 2 से 3 इंच की गहराई पर बोना चाहिए। 
  • साथ ही इसकी नाली से नाली की दूरी 2 मीटर, पौधे से पौधे की दूरी 50 सेंटीमीटर और नाली की मेड़ की ऊँचाई 50 सेंटीमीटर रखनी चाहिए।

मुनाफा होगा लाखों में

55 से 60 दिनों बाद इसकी तुड़ाई शुरू हो जाती है। करेले का उत्पादन प्रति एकड़ 90 से 120 क्विंटल तक होता है जिसके बाद आपको बहुत सारा मुनाफा आसानी से हो सकता है। एक एकड़ में 100 क्विंटल का उत्पादन मिलता है यदि बाजार में करेले की कीमत 50 रुपए प्रति किलो भी है तो आपको इससे 5 लाख का मुनाफा आसानी से हो सकता है। सेम की खेती से भी आपको एक एकड़ में 2 से 3 लाख का मुनाफा हो सकता है।

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