चंदन और शीशम के मुनाफे को भी फेल कर देगी इस पेड़ की खेती, पाम ट्री किसानों के लिए आमदनी को बढ़ाने का एक बेहतरीन सरिया बन रही है ऐसे में सरकार से मिलने वाला फायदा किसानों के लिए बेहद ही लाभकारी साबित हो रहा है।
भारत के अलग-अलग जगह पर इसकी खेती की जा रही है पाम ट्री से निकलने वाला तेल पामोलिन तेल कहा जाता है इसे कई सारी चीजों में इस्तेमाल किया जाता है जिसके कारण इसकी डिमांड बाजार में काफी तेजी से बढ़ रही है सरकार इसका निर्यात इंडोनेशिया और मलेशिया जैसे देशों को करती है जहां पर इसे मुनाफा काफी ज्यादा मिलता है।
पाम ट्री की खेती किसानों को बनाएगी धन्ना सेठ
पाम की खेती करने के लिए सबसे पहले जमीन और बीच की अच्छे से तैयारी करनी होती है उसके बाद कीट नियंत्रण सिंचाई उर्वरक और कटाई की सही विधियों को अपनाना भी बेहद ही आवश्यक होता है यह फसल 30 से 33 डिग्री सेल्सियस तापमान पर बहुत ही अच्छी पैदावार देती है साथ ही इसे 5 से 6 घंटे की धूप की आवश्यकता होती है इसकी पैदावार के लिए 80% से ज्यादा नमी जरूरी मानी जाती है पाम की खेती करने के लिए सबसे पहले नर्सरी से उच्च उपज देने वाले रोग प्रतिरोधक किस्म का चयन करना बेहद ही आवश्यक होता है इसके लिए इसके पौधों की रोपाई 9:9:9 मीटर की दूरी पर त्रिकोणीय पैटर्न में की जाती है।

पाम ट्री की खेती कराएगी डबल प्रॉफिट
पाम ट्री का एक पेड़ 25 से 30 साल तक तेल का उत्पादन कर सकता है यह किसानों को हर साल एक हेक्टर जमीन से 4 से 5 टन कम तेल उपलब्ध कराता है जिसकी बाजार में काफी ज्यादा अच्छी कीमत मिलती है इस पौधे को एक बार लगाने पर आप 25 से 30 सालों तक बेहतरीन मुनाफा कमा सकते हैं पाम पेड़ की खेती बेहतरीन मुनाफे के लिए काफी ज्यादा कारगर मानी जाती है इसके तहत रोपण सामग्री पर सरकार द्वारा 85% तक की सब्सिडी मिलती है जो की 12,000 प्रति हेक्टेयर होती है साथ ही इसके रखरखाव के लिए भी सरकार 4 साल तक हर साल 12,000 प्रति हेक्टेयर की दर से 50% तक की सब्सिडी भी उपलब्ध कराती है जिससे कि किसानों को इससे बहुत ही ज्यादा बेहतरीन फायदा मिलता है।
यह भी पढ़ें अब गर्मी में भी धड़ल्ले से कर सकेंगे सेब की खेती, किसान भाइयों को मिलेगी लाखों के मुनाफे की गारंटी