कोई नहीं बताएगा हरे-भरे ताजे परवल उगाने का ये सीक्रेट तरीका, 30 दिनों में होंगे तैयार, परवल एक बहुत ही पौष्टिक सब्जी है जो हमेशा स्वस्थ लाभ प्रदान करती है, इसलिए आज की इस लेख में हम आपके परवल की सब्जी को घर के गमले में उगाने के सबसे आसान तरीके के बारे में बताने जा रहे हैं वैसे तो लोग अपने गार्डन को सुंदर और हरा-भरा बनाने के लिए कई सब्जियां फल और फूलों की बागवानी करते हैं, लेकिन कई मामलों में हमें इनमें किन चीजों का इस्तेमाल करना चाहिए इसके बारे में कोई जानकारी नहीं होने पर हमारे पौधों को नुकसान पहुंच सकता है।
परवल एक पौष्टिक और सेहतमंद सब्जी मानी जाती है जो आपके पाचन तंत्र को सुधरता है साथ ही यह आपका वजन नियंत्रित रखती है और आपका ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रखती है परवल में खनिज, विटामिन, फाइबर जैसे कई एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं जो रोग प्रतिरोधक क्षमता यानी इम्यूनिटी को बढ़ाते हैं और शरीर को स्वस्थ रखने के साथ-साथ बीमारियों से लड़ने की क्षमता भी प्रदान करते हैं, ऐसे में लोगों को परवल अपनी डाइट में शामिल करना खूब पसंद होता है और इसका स्वाद भी बेहतरीन होता है।

गमलें में कैसे उगाएं परवल की बेल ?
- दोस्तों अब जानते हैं परवल को गमले में उगाने की प्रक्रिया तो परवल गमले में बीजों द्वारा उगाना बेहद मुश्किल होता है इसलिए यदि आप कटिंग या पुरानी बेल का इस्तेमाल करके इसे गमले में उगाते हैं तो ये सही विकल्प होगा।
- आपको लगभग 10 से 15 इंच का गमला या ग्रो बैग लेना है परवल की बेल की कटिंग, बगीचे की मिट्टी गोबर की नेचुरल खाद और लोहे या बास की मचान या जाली इन सभी चीजों को इकट्ठा कर ले।
- कटिंग की तैयारी करने के लिए किसी पुरानी परवल की बेल से 6 से 7 इंच लंबी कटिंग लें इस कटिंग में लगभग 3 से 4 गांठे होनी चाहिए आप कटिंग को लगाने से पहले कुछ देर के लिए छायादार जगह पर रखें।
- गमले की तैयारी करने के लिए एक बड़ा और गहरा गमला ले या फिर आप ग्रो बैग का भी चुनाव कर सकते हैं उसके नीचे पानी की अच्छी जल निकासी के लिए छेद होना चाहिए ताकि मिट्टी में पानी जमाना हो और जड़ों तक अच्छे से पहुंच सके, जड़े विकसित हो सके।
इस सीक्रेट तरीके से परवल का पौधा लगाने पर हो जाएगी परवल की भरमार
- गमले के अंदर बगीचे की मिट्टी गोबर की खाद के मिश्रण को अच्छी तरह से मिले ये मिट्टी को हल्का बनाएगा और पौधों को जरूरी पोषण देगा।
- परवल के पौधे की अच्छी ग्रोथ के लिए उसमें आपको दो चीजों का इस्तेमाल करना होगा, जिसमें से एक फिटकरी और दूसरी केले के छिलके है जो प्राकृतिक खाद के रूप में काम करेंगे यह पौधे को पोटेशियम, सल्फेट के गुणों से भर देंगे जो पौधों के लिए जरूरी होता है।
- यह मिट्टी की अम्लता को कम करेंगे फंगस और कीड़ों को भी नियंत्रित रखेंगे और पौधे को आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करेंगे साथ ही केले के छिलके में फॉस्फोरस, कैल्शियम जैसे तत्वों की अच्छी मात्रा होती है जो जड़ों का और पौधे का विकास करते हैं और पौधे को हरा-भरा बनाती है।
- गमले और मिट्टी की तैयारी करने के बाद कटिंग लगाते समय ध्यान रखिए मिट्टी में कटिंग को ज्यादा गहराई में नहीं दबाए और 5 से 6 इंच की गहराई पर ही कटिंग लगे कटिंग लगाने के बाद आप मिट्टी को हल्का सा दबा दे।
- साथ ही परवल की बेल को सहारे की भी जरूरत होती है इसलिए बेल को बढ़ाने पर उसे चढ़ाने के लिए एक मचान या जाली का सहारा जरूर दें नहीं तो आपके पौधे को नुकसान पहुंच सकता है।
- पौधे को रोज 4 से 5 घंटे की सीधी धूप वाली जगह पर रखें और मिट्टी को हल्का सा नम रखने के लिए समय-समय पर पर्याप्त पानी दे।
- कटिंग लगाने के बाद मात्र 3 से 4 महीना में परवल का पौधा पूरी तरह से तैयार हो जाएगा और इसकी सही देखभाल करने पर आपको केवल 30 दिनों में ढेर सारी परवल की सब्जी मिलेगी।