आम के पौधों में बन गए हैं पत्तियों के गोल झुंड तो हो जायें सावधान! यदि आपके भी आम के बगीचों में पौधों पर गोल पत्तियों के झुंड दिख रहे हैं तो आज ही इसका उपचार शुरू करके आप इसकी रोकथाम कर सकते हैं आइये आपको बताते हैं कैसे।
आम के पौधों में पत्तियों के झुंड बनना हो सकता है बड़ा रोग
आम की बागवानी करने वाले किसानों को अक्सर आम के पौधों में गोल-गोल पत्तियों के झुंड दिखाई देते हैं जिससे मालफॉर्मेशन कहा जाता है यह एक गंभीर बीमारी होती है जो की फफूंद के कारण पैदा होती है। यह रोग भारत में मुख्य रूप से उत्तर पश्चिम क्षेत्र में ज्यादातर पाया जाता है।

इसमें सामान्य आम की पत्तियां नहीं दिखाई देती बल्कि उनके जगह छोटी-छोटी पत्तियों के गुच्छे दिखाई देते हैं। जिससे कि आम के पौधे में फलों के ना आने की समस्या होती है। साथ ही नवजात पौधों में इनकी वृद्धि होने पर बेहद ही बुरा प्रभाव पड़ता है। इसमें प्रभावित टहनियां और शाखाएं मोटे गुच्चो में परिवर्तित हो जाती है। जिससे कि फूल बने और फल बनने की प्रक्रिया नहीं हो पाती और उत्पादन में गिरावट आती है। यदि इसका समय रहते उपचार कर लिया जाए तो इससे उत्पादन अधिक पाया जा सकता है। आइये आपको बताते हैं किन कारणों से होता है यह रोग।
इस कारण होता है ये रोग
कई बार आम में तापमान घटने बढ़ने के कारण कुछ फफूंद लग जाते हैं जिसके कारण लगातार सिंचाई कर देने पर यह फफूंद तीव्र गति से बढ़ने लगते हैं और पौधों की पत्तियों में गुच्छों का कारण बन जाते हैं। इनका विकास बहुत ही तेजी से होता है यदि समय रहते इनका उचित प्रबंध न किया जाए तो यह आपके पूरे आम के बागों को बर्बाद कर देते हैं अक्सर आम के पौधों के पत्तियों के झुंडों में बन रहे फफूंद आपके पौधों के विकास को रोकते हैं और इसमें वृद्धि नहीं होने देते। जिससे कि आपका आम का उत्पादन भी काफी कम निकलता है और आम के पौधों में फूलों और फलों के ना आने की समस्या पैदा होती है। आइये आपको बताते हैं इसका उपचार करके कैसे आप आ सकते हैं इससे निजात।
इन उपायों को करते ही मिलेगा फायदा
इसके लिए आप सबसे पहले प्रभावित क्षेत्र की कलियों को हाथ से तोड़कर नष्ट कर दे। जिससे कि इस रोग का प्रसार ना हो पाए। साथ ही आप पौधों में संतुलित मात्रा में नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटाश का उपयोग करें। जिससे आपके पौधे तेजी से ग्रो करेंगे यदि यह समस्या गंभीर हो तो आप फूल निकलने से पहले कोबाल्ट 1 मिलीलीटर को 1 लीटर पानी में घोलकर पौधों पर छिड़काव कर सकते हैं। आम पर आप फफूंद नाशकों का छिड़काव भी कर सकते हैं इसके लिए आप प्लानोफिक्स 1 मिलीलीटर 3 लीटर पानी में घोलकर इसका छिड़काव प्रभावित टहनियां और शाखाओं पर कर सकते हैं जिससे कि आपको पौधों के संक्रमित होने की समस्या को नहीं झेलना पड़ेगा। साथ ही समय रहते पौधों की प्रूनिंग अवश्य करते रहे और इसके संक्रमित भागों को हटाते रहे।