MP में ‘प्रेरक तूफान’ मचाने वाला है तबाही 31 जिलों में होगी गरज चमक के साथ भारी बारिश, आइये आपको बताते हैं कहाँ-कहाँ बदलेगा मौसम का मिजाज।
MP में ‘प्रेरक तूफान’ की एंट्री
फरवरी शुरू होते ही मौसम में अपनी तरह-तरह के रंग दिखाने शुरू कर दिए हैं। पूरे मध्य प्रदेश का मौसम तेजी से बदल रहा है। दिन में भयंकर गर्मी तो रात में सर्द हवाएं चल रही है। फरवरी के महीने की शुरुआत होते ही मौसम में कई सारे बदलाव देखने को मिले हैं। बीते कई दिन से बादल छाने से दिन के तापमान में भी कुछ कमी आई है। वही रात के तापमान में बढ़ोतरी हो गई है। दिन के समय कई जिलों में हवा भी चल रही है तो कई जिलों में भयंकर गर्मी पड़ रही है। मौसम विभाग के अनुसार पश्चिमी विभोक्ष और प्रेरक चक्रवात बना हुआ है अरब सागर से इसे आद्रता मिल रही है जिसके कारण बादल छाए हुए हैं। भोपाल सहित 31 जिलों में बूंदाबांदी की संभावना भी बनी हुई है।

प्रेरक चक्रवात अब MP में एंट्री लेने वाला है। जिस कारण IMD ने यहां के लोगों को सचेत कर दिया है MP के एमपी के कुल 31 जिलों में भयंकर बारिश के साथ वज्रपात होने की संभावना भी बनी हुई है। साथ ही दिन और रात के तापमान में भी इसे गिरावट दर्ज की जा रही है।
31 जिलों में जारी हुआ अलर्ट
मौसम विभाग के अनुसार MP के 31 जिलों में गरज-चमक के साथ तेज बारिश होने का अनुमान जताया जा रहा है। वहीं ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना, भोपाल, ग्वालियर, भोपाल, इंदौर, नीमच, मंदसौर और शिवपुरी के साथ कई जिलों में बारिश हो सकती है। साथ ही अन्य जिलों का मौसम भी थोड़ा शांत बना रह सकता है। मौसम विभाग के अनुसार इन जिलों के तापमान में भले ही विशेष असर ना देखा जाये लेकिन वहां का मौसम शुष्क बना रहेगा और तापमान में 3 से 4 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट आ सकती है। साथ ही दिन और रात के तापमान में अधिक उतार-चढ़ाव देखा जा सकता है।
जानिए क्यों हो रहा है इतना बदलाव
बंगाल की खाड़ी के ऊपर कई सारी द्रोणिका बनी हुई है। साथ ही इसके ऊपर एक ट्रफ लाइन निकल रही है जिसके कारण प्रेरक तूफान एक्टिव हो गया है। प्रेरक तूफान केरल से तमिलनाडु की तरफ से हटता हुआ MP के जिलों की ओर बढ़ रहा है जिसके कारण यह चक्रवात MP के कई जिलों में बारिश कराने के लिए जिम्मेदार हो सकता है। साथ ही प्रेरक तूफान के बारे में कहा जा रहा है कि यह 31 जिलों में भारी बारिश और वज्रपात करा सकता है। एक साथ बंगाल की खाड़ी में कई सारे सिस्टम एक्टिव है जिसके कारण प्रेरक चक्रवात अपनी तीव्र गति से अब MP की ओर बढ़ रहा है।