सोयाबीन की ये टॉप 5 किस्में

सोयाबीन की ये टॉप 5 किस्में किसानों की आमदनी में करायेंगी इजाफा, जानिए क्या है बुवाई का सही समय, आइये आपको बताते हैं इसकी पूरी जानकारी।

सोयाबीन की टॉप 5 किस्में-

हाल ही में किसान अपने खेतों में सोयाबीन की बुवाई करने जा रहे हैं जिस कारण उन्हें उन्नत नस्ल का चुनाव करना बेहद ही आवश्यक होता है जिससे कि उनकी पैदावार काफी अच्छी निकलती है और उनकी आय में इजाफा होता है। आज हम आपको सोयाबीन की कुछ ऐसी टॉप क्लास किस्मों के बारे में जानकारी देंगे जिसको लगाकर आप भी बंपर पैदावार प्राप्त कर सकते हैं साथ ही इन टॉप 5 किस्मों से आपका मुनाफा तेजी से डबल होने लगेगा आइये आपको देते हैं जानकारी इन किस्मों की।

JS 9560

सोयाबीन की खेती करते समय यदि आप इसकी सही किस्म का चयन करते हैं तो इससे पैदावार काफी ज्यादा निकलती है साथ ही आपको मुनाफा भी काफी तेजी से होता है। सोयाबीन की JS 9560 एक ऐसी लोकप्रिय किस्म है जो उच्च उत्पादन और रोग प्रतिरोधक क्षमता के लिए जानी जाती है यह किसानों के लिए वरदान साबित हो रही है साथ ही यह बहुत ही जल्द पकने वाली और अधिक पैदावार देने वाली किस्मों में से एक है।

बीज दर:

इसकी बुवाई के लिए आपको लगभग 50-60 किलो प्रति एकड़ की दर से बीज की आवश्यकता होगी यह किस्म रोग प्रतिरोधक क्षमता के लिए जानी जाती है इस किस्म में रोग लगने की संभावना काफी कम होती है जिससे किसानों की लागत भी काफी कम आती है।

अवधि:

यह किस्म लगभग 80 से 85 दिनों के भीतर तैयार हो जाती है इसके बाद आप इसे अपनी आय में इजाफा कर सकते हैं।

बुवाई का समय:

JS 9560 सोयाबीन की बुवाई जून के आखिरी सप्ताह से जुलाई के पहले सप्ताह के बीच की जाती है मानसून आने के बाद जल्द से जल्द इसकी बुवाई पूरी करने पर इसका उत्पादन बहुत ही शानदार निकलता है।

उत्पादन का स्तर:

सोयाबीन की इस किस्म की खेती करने पर एक एकड़ से लगभग 8 से 10 क्विंटल तक उत्पादन मिलता है जिससे किसान एक ही फसल में काफी अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।

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JS 2172

सोयाबीन की JS 2172 किस्म को सबसे अच्छी उपज देने के लिए जाना जाता है साथ ही इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि ये कम पानी और विपरीत मौसम में भी शानदार उत्पादन देती है इसकी रोग प्रतिरोधक क्षमता भी काफी अच्छी होती है जिससे किसानों की लागत काफी कम आती है। यह बैक्टीरिया स्पॉट, येलो मोजैक वायरस, फली झुलसा, चारकोल रॉट जैसे रोगों से लड़ने में सक्षम है।

बीज दर:

JS 2172 एक ऐसी लोकप्रिय किस्म है जिसके लिए प्रति एकड़ लगभग 20 से 25 किलो बीज की आवश्यकता होती है इससे किसान बहुत ही शानदार मुनाफा कमा सकते हैं।

अवधि:

सोयाबीन की यह प्रचलित किस्म 90 से 95 दिनों के भीतर तैयार हो जाती है जिससे किसान बदलते मौसम और बढ़ते तापमान में भी शानदार उत्पादन ले सकते हैं।

बुवाई का समय:

सोयाबीन की यह किस्म में जून के मध्य से जुलाई के पहले सप्ताह तक बोई जाती है यह एक मध्यम अवधि की किस्म मानी जाती है

उत्पादन का स्तर:

विपरीत परिस्थितियों में भी यह 10 से 12 क्विंटल प्रति एकड़ तक का उत्पादन देती है साथ ही बदलते मौसम और बढ़ते तापमान का इस पर कोई असर नहीं होता और यह कीट रोधी किस्म मानी जाती है।

RVSM 1135

सोयाबीन की उन्नत किस्मों में से RVSM 1135 सोयाबीन की एक बेहद प्रचलित किस्म है जो मध्यप्रदेश, राजस्थान और गुजरात जैसे राज्यों में काफी लोकप्रिय है। यह किस्म सबसे जल्दी पकने वाली किस्म में से एक है साथ ही इसकी रोग प्रतिरोधक क्षमता भी काफी शानदार होती है जिसके कारण किसानों को बेहतरीन उत्पादन और टिकाऊ फसल मिलती है और किसानों का मुनाफा भी तेजी से बढ़ता है।

बीज दर:

RVSM 1135 सोयाबीन के लिए प्रति एकड़ लगभग 25 से 30 किलो बीज की आवश्यकता होती है यह किस्म बेहद जल्दी करने वाले किस्मों में से एक मानी जाती है।

अवधि:

सोयाबीन की टॉप क्लास किस्म में मात्र 100 से 105 दिनों के भीतर तैयार होती है जिससे किसानों की आय बहुत ही तेजी से बढ़ती है।

बुवाई का समय:

RVSM 1135 सोयाबीन की किस्म की बुवाई ज्यादातर जून के महीने में की जाती है लगभग 15 से 20 जून के बीच इसकी बुवाई करने पर इसकी पैदावार काफी अच्छी निकलती है।

उत्पादन का स्तर:

इस किस्म से लगभग एक एकड़ से 12 से 15 क्विंटल तक की पैदावार प्राप्त होती है इसकी डिमांड भी बाजार में काफी ज्यादा होती है जिस कारण किसान इससे बहुत ही बेहतरीन मुनाफा प्राप्त करते हैं।

JS 1569

सोयाबीन की यह प्रचलित किस्म एक मध्यम अवधि की किस्म मानी जाती है जो की वायरस के प्रति मध्य रूप से प्रतिरोधी होती है। इससे किसान बहुत ही अच्छी आय अर्जित कर सकते हैं इसका रेट भी बाजार में काफी अच्छा मिलता है जिससे कि इसका उत्पादन बढ़ाकर किसान अपनी आय को भी तेजी से बढ़ा सकते हैं।

बीज दर:

इसकी बुवाई के लिए आपको लगभग 50-60 किलो प्रति एकड़ की दर से बीज की आवश्यकता होगी यह किस्म रोग प्रतिरोधक क्षमता के लिए जानी जाती है इस किस्म में रोग लगने की संभावना काफी कम होती है जिससे किसानों की लागत भी काफी कम आती है।

अवधि:

सोयाबीन की इस किस्म को तैयार होने में लगभग 75 से 85 दिनों का समय लगता है इसके बाद यह कटाई के लिए तैयार हो जाती है।

बुवाई का समय:

इस किस्म की बुवाई 20 से 30 जून के मध्य में की जाती है यह किस्म मध्यम रूप से प्रतिरोधी मानी जाती है।

उत्पादन का स्तर:

JS 1569 किस्म एक एकड़ में आपको लगभग 8 से 10 क्विंटल तक की पैदावार देती है जिससे किसानों की आय में तेजी से इजाफा होता है।

JS 2433

सोयाबीन की JS 2433 किस्म को उच्च उत्पादन के लिए जाना जाता है यह एक ऐसी किस्म मानी जाती है जो की बेहतरीन मुनाफे की गारंटी होती है। इससे कम लागत में बेहतरीन उत्पादन प्राप्त होता है यह सोयाबीन की उन्नत किस्म में से एक मानी जाती है।

अवधि:

सोयाबीन की शानदार किस्म 92 से 95 दिनों में तैयार हो जाती है और किसानों के मुनाफे को डबल कर देती है।

बुवाई का समय:

JS 2433 किस्म की बुवाई वर्षा ऋतु के दौरान की जाती है इसकी बुवाई जून के महीने में करने पर इसका उत्पादन बेहद ही शानदार निकलता है।

बीज दर:

सोयाबीन की इस किस्म की बुवाई करने के लिए आपको एक एकड़ में लगभग 40 से 45 किलो बीज की आवश्यकता होती है इसकी बुवाई की विधि अलग-अलग होने के कारण इसके बीजों की दर भी कम हो सकती है।

उत्पादन का स्तर:

1 एकड़ में सोयाबीन की इस किस्म से आपको लगभग 10 से 12 क्विंटल तक की पैदावार होती है प्रति एकड़ में इससे आप बहुत ही बेहतरीन आय अर्जित कर सकते हैं।

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