बिच्छू जैसी दिखने वाली ये जड़ी बूटी अश्वगंधा को भी कर देती है फेल, आज हम आपको बिच्छू की तरह दिखने वाले एक बहुत ही खास फल के बारे में बताने जा रहे है जिसका सेवन यदि आप कर लेते है तो आपको भी काफी लाभ होगा।
बेहद असरदार है ये बिच्छू जड़ी बूटी
दोस्तों आज हम बात कर रहे हैं पहाड़ी इलाकों में उगने वाली बिच्छू जड़ी बूटी के बारे में इसे बिछुआ के नाम से भी जाना जाता है। बिछुआ इसका पारंपरिक नाम है। इस औषधि में कई आयुर्वेदिक गुण पाए जाते हैं दोस्तों यह जंगलों में उगने वाली जड़ी बूटी है जिसकी पत्तियों पर जब गलती से हमारे शरीर का कोई हिस्सा छू जाता है तो दर्दनाक एहसास होता है। लेकिन यह बिच्छू बूटी सेहत के लिए बहुत ही ज्यादा फायदेमंद मानी जाती है।
दोस्तों यह आपके शरीर में कई अच्छे परिवर्तन लाती है और आपको कई गंभीर से गंभीर बीमारी से छुटकारा दिलाता है। यह दर्दनाक तो जरूर है लेकिन यह बड़े काम की वनस्पति औषधि है। सर्दियों में इसका इस्तेमाल शरीर में गुनगुनी गर्माहट का प्रभाव करने के लिए किया जाता है। दोस्तों यह जोड़ों के सूजन को कम करने में रक्त शोधन को ठीक करने का काम करती है। कई आयुर्वेदिक डॉक्टर भी इसे खाने की सलाह देते हैं।
दोस्तों इसमें विटामिन सी और आयरन प्रोटीन के कई तरह के खनिज पदार्थ से यह भरपूर होती है। इसका चाय बनाकर भी पिया जाता है। इसको सर्दियों में अधिकतर लोग डाइट में शामिल करते हैं। यह कई तरह के संक्रमण से बचाव करता है। इसका इस्तेमाल त्वचा की एलर्जी को कम करने में भी किया जाता है।
बिच्छू बूटी की पत्तियां भी है उपयोगी
बिच्छू बूटी की पत्तियों में कई गुण पाए जाते हैं। साथ ही बिच्छू बूटी के कटीले पत्तों का दरदरा लेप बनाकर अगर आप अपनी सूजन वाली जगह पर लगाए तो इससे आपको राहत मिलती है। साथ ही आप जोड़ों के दर्द पर भी इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। दोस्तों ये जोड़ों के दर्द को भी कम करता है। यह बहुत ही ज्यादा सहायक माना जाता है। साथ ही बिच्छू बूटी में एंटी इंफ्लेमेंटरी गुण पाए जाते हैं जो कि अस्थमा रोगियों के लिए बहुत ही ज्यादा असरदार है और कैंसर के रोगियों के लिए भी यह बहुत ही अच्छा माना जाता है, गठिया की बिमारी से भी ये शानदार जड़ी बूटी आसानी से राहत दिलाती है।

आयुर्वेदिक फायदे जानकार रह जायेंगे हैरान
यह औषधि पहाड़ी और मैदानी जंगलों में पाई जाती है। लेकिन कई इलाकों में इसकी खेती भी करी जाती है। इसकी आयुर्वेदिक गुणों के कारण अब इसका उपयोग बढ़ता ही जा रहा है। बाजार में कई लोग इसकी डिमांड करते हैं। दोस्तों आप इसे कई जड़ी-बूटी या फिर आयुर्वेदिक दवाइयों की दूकान से खरीद सकते हैं। ये शरीर के लिए बहुत ही अच्छी मानी जाती है। इसलिए इसका इस्तेमाल डिटॉक्सिफिकेशन के तौर पर भी किया जाता है। इसका इस्तेमाल पाचन तंत्र की क्षमता बढ़ाने के लिए भी बहुत ही अच्छा माना जाता है। यदि आप इसका सेवन करते हैं तो इससे आपके पाचन तंत्र में सुधार आएंगे और आपकी कब्ज की बीमारी भी दूर हो जाएगी।
इस तरह कर सकते है इस्तेमाल
कई तरीकों से जड़ी-बूटी का उपयोग किया जाता है। कई डॉक्टर के जड़ी बूटी को लेने की सलाह देते हैं इसकी चाय बनाकर पी जाती है। इसकी चाय बनाने के लिए आपको इसकी पत्तियों को पीसकर और इसे अच्छी तरह से साफ करके पानी से धोकर ग्लास भर पानी में उबालना होता है। फिर आप इसकी चाय का सेवन कर सकते हैं। दोस्तों आप इसकी पत्तियों का लेप बनाकर भी इसका उपयोग कर सकते हैं। यह आपके जोड़ों के दर्द को कम करने में सहायक होता है। यदि आप इसका लेप अपने जोड़ों के दर्द पर लगे या फिर किसी चोट पर लगाए तो यह बहुत ही अच्छी मानी जाती है। इसकी पत्तियों को गिला करके त्वचा पर भी लगाया जाता है जिससे आपकी त्वचा की कई रोग ठीक हो जाते हैं।