सालों पुरानी गठिया और जोड़ों के दर्द को गायब कर देता है ये पौधा, त्वचा से लेकर बालों तक दिखाता है चमत्कारी असर, आइये आपको बताते हैं इसके सारे फायदे।
सालों पुरानी गठिया में रामबाण है ये पौधा
हमारी धरती पर ऐसे कई सारे पौधे पाए जाते हैं जो की औषधीय गुणों से भरपूर होते हैं। इनका इस्तेमाल कई सारी बीमारियों से बचने में किया जाता है। आज भी हम आपको एक ऐसे ही पौधे के बारे में जानकारी देने वाले हैं जो कि किसी साधारण जड़ी-बूटी ही नहीं बल्कि सेहत का खजाना मानी जाती है। इस पौधे की पत्तियों से लेकर बीजों तक हर चीज काम में आती है। साथ ही इससे कई सारी औषधियां भी तैयार की जाती है जिसके कारण इस पौधे का महत्व और भी ज्यादा बढ़ जाता है। यह पौधा कई सारी बीमारियों में काम आता है जिसके कारण इस पौधे का सेवन करना बहुत ही अच्छा माना जाता है। औषधीय गुणों की भरमार होने के कारण यह पौधा बेहद ही लोकप्रिय पौधा होता है।

हम बात कर रहे हैं अतिबला पौधे के बारे में। अतिबला का पौधा गठिया और जोड़ों के दर्द को छूमंतर करने में बेहद ही कारगर होता है। साथ ही यह आपके कई सारी लाइलाज बीमारियों में भी काम आता है। जिस कारण लोग इस पौधे का उपयोग करना बेहद ही असरकारक मानते हैं। सालों पुरानी गठिया के लिए रामबाण यह पौधा जोड़ों के दर्द को चुटकियों में ही गायब कर देता है। जिस कारण इस पौधे का औषद्धीय गुणों में और भी ज्यादा महत्व है आइये आपको बताते हैं कि किन बीमारियों में दिखाता है यह कमाल का असर।
सेहत में दिखाता है कमाल का असर
अतिबला के पौधे को स्थानीय भाषा में लोग Indian Mallow या फिर कंघी भी कहते हैं। यह एक ऐसी साधारण झाड़ी की तरह दिखाई देता है जो कि अक्सर जंगलों में पाई जाती है, लेकिन यह बेहतरीन जड़ी-बूटी का काम करता है। शरीर को स्वस्थ और ऊर्जावान बनाए रखने में इसका काफी महत्व होता है। साथ ही पेट दर्द, सांसों की दुर्गंध, मूत्र विकार, जोड़ों के दर्द और सूजन जैसी समस्याओं में बेहद ही कारगर होता है। अतिबला का काढ़ा पीने से पाचन तंत्र बेहद ही मजबूत बनता है। साथ ही साथ गैस और कब्ज जैसी बीमारी भी तेजी से दूर होती है। मुँह दुर्गंध से भी अतिबला के पौधे के पत्तों को चबाने में फायदा मिलता है। इसके रस में एंटीबैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं। जो की दांतों और मसूड़ों को तेजी से मजबूत बनाते हैं।
अतिबला किडनी और मूत्र प्रणाली को स्वस्थ रखने में भी बेहतरीन माना जाता है। इसमें कई सारे ऐसे गुण पाए जाते हैं जो की मूत्र प्रणाली को स्वस्थ बनाए रखते हैं जिन लोगों को सालों पुरानी गठिया की समस्या है, उनके लिए यह पौधा रामबाण साबित होता है इसके पत्तों को पानी में उबालकर लगाने से सूजन और दर्द में आराम मिलता है। साथ ही इसका तेल जोड़ों और हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए बेहद ही कारगर होता है। त्वचा और बालों के लिए भी यह बेहद ही असरकारक माना जाता है।
इस तरह कर सकते हैं सेवन
अतिबला के फूल के चूर्ण को 1 से 2 ग्राम की मात्रा में घी के साथ सेवन करने से सूखी खांसी और खून वाली उल्टी में बेहतरीन लाभ मिलता है। साथ ही अतिबला के बीज काढ़ा बनाकर पीने से भी बेहद ही फायदे मिलते हैं। अतिबला का पाउडर पुरुषों के लिए बहुत ही अच्छा माना जाता है। इसमें एक चौथाई चम्मच अतिबला का चूर्ण लें और शहद और गुनगुने पानी में मिलाकर इसका सेवन करें। इससे भी बेहतरीन फायदे मिलते हैं। बवासीर में अतिबला के पाउडर का उपयोग किया जा सकता है। इसका प्रयोग पुरानी बवासीर या कब्जियत को मिटाने के लिए किया जाता है। इसके लिए एक दो ग्राम दिन में दो बार भोजन के बाद गर्म पानी के साथ सेवन करने से पुरानी बवासीर से निजात मिलती है।
Disclaimer: आर्टिकल में दिए गए सुझाव केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं, किसी भी तरह की चीज का उपयोग चिकित्स्कीय सलाह से ही किया जाना चाहिए। किसी भी तरह की परेशानी होने पर तुरंत ही अपने डॉक्टर से संपर्क करें।