आम के पेड़ों पर लगे मिलीबग की छुट्टी कर देगा ये 2 ML का लिक्विड, यदि आप भी आम की बागवानी कर रहे हैं और आपको मिलीबग की समस्या आ रही है तो आप हमारे द्वारा बताया गया ये उपाय आजमा सकते हैं जिससे आपको बेहतरीन फायदे मिलेंगे।
आम के पेड़ों पर हो रही है मिलीबग की समस्या
गर्मियों के दिनों में कई सारे किसान आम की बागवानी करके अपना मुनाफा डबल करने की कोशिश करते हैं। लेकिन कई बार आम के मंजरों पर लगे कीड़ों का प्रकोप बहुत ही तेजी से फैलने लगता है और आम की पूरी फसल को बर्बाद करने लगता है। इसका इस समस्या से निपटने के लिए किस कई तरह के उपाय आजमाते हैं और कई सारी दवाओं का छिड़काव लगातार अपने खेतों में करते रहते हैं, लेकिन कई बार इतने सारे उपाय आजमाने के बाद में भी सारे उपाय फेल हो जाते हैं और मिलीबग का प्रकोप तेजी से आम पर फैलने लगता है।

आम पर बौर लगने की प्रक्रिया जनवरी से फरवरी के महीने में शुरू होती है। तभी मिलीबग नाम का कीट आम के पेड़ों को तेजी से नुकसान पहुंचाने लगता है जिसका समय पर उपचार करना बेहद ही जरूरी होता है जिससे कि आम की पैदावार में गिरावट आती है। आम एक ऐसा फल होता है जो की बहुत ही रसीला होता है जिसके कारण मिलीबग उसमें तेजी से चिपकने लगता है और उसकी गुणवत्ता को खराब करने लगता है। जिसके कारण बाजार में इसका अच्छा भाव नहीं मिल पाता और किसानों की लागत भी इससे बहुत ही तेजी से बढ़ जाती है।
ये 2 ML का लिक्विड करेगा मिलीबग का खात्मा
मिलीबग की रोकथाम के लिए किसान किसी अच्छी कंपनी का सिस्टमैटिक कीटनाशक का उपयोग कर सकते हैं। इसके लिए किसान इमिडाक्लोप्रिड 18% SL (Imidacloprid 18% SL) का छिड़काव कर सकते हैं। इसके लिए 2 ML इमिडाक्लोप्रिड को प्रति लीटर पानी में घोल बनाकर आम के पेड़ों पर छिड़काव करने से मिलीबग समस्या पूरी तरह खत्म हो जाती है। साथ ही मिलीबग आपके पेड़ों पर फिर कभी भी नजर नहीं आयेंगे। मिलीबग की रोकथाम करना बेहद ही आवश्यक होता है क्योंकि इससे आम की गुणवत्ता और उत्पादन क्षमता पर प्रभाव पड़ता है। यदि आप इसका उपचार सही समय पर कर देते हैं तो इससे आपके पौधों का उत्पादन तेजी से बढ़ने लगता है।
इस तरह करें इस्तेमाल
आम के पौधों पर मिलीबग की रोकथाम करने के लिए आप और भी कई तरीके आजमा सकते हैं। इसके लिए आप बोर्डेक्स मिक्चर को आम के पेड़ों के निचले तने पर लेप लगा सकते हैं। इसलिए को लगाने से मिलीबग आम के पेड़ों पर हमला नहीं करेंगे। साथ ही इसका प्रकोप शुरुआती दौर में ही खत्म होने लगेगा जिससे कि आम के पेड़ों से आप बहुत ही अच्छा उत्पादन ले सकेंगे और इससे आपके पेड़ों पर किसी भी तरह के कीट और रोग देखने को नहीं मिलेंगे। आम के पेड़ों की सही समय पर सुरक्षा करना बेहद ही आवश्यक होता है। इससे आपका उत्पादन भी बंपर निकलता है।