बारिश के सड़े हुए पानी के वजह से फूल गए है लकड़ी के दरवाजे और खिड़कियां, बरसात का मौसम शुरू होने से खत्म होने तक बहुत ज्यादा अच्छा और सुहाना लगता है लेकिन बारिश के बाद हमें कई सारी समस्याओं का सामना करना पड़ जाता है कभी घर में सीलन आने लगती है तो कभी खिड़की दरवाजा का फूलना शुरू हो जाता है इसी वजह से लोग इनकी मरम्मत करवाने में हजारों रुपए का खर्च करते हैं और काफी परेशानी उठाते हैं।
अगर आपके घर दुकान में लगे लकड़ी के दरवाजे और खिड़कियां या उनकी फ्रेम भी फूल गए हैं तो आप हमारे द्वारा बताए गए इन दो चीजों का इस्तेमाल करके इन्हें चुटकियों में सही कर सकते हैं और आपको बाहर से कारीगर को बुलाने और मरम्मत करवाने की महंगे खर्च से भी छुटकारा मिल जाएगा बस इन दो ही चीजों की मदद से आपका काम मिनट में आसान हो जाने वाला है आईए जानते हैं कैसे आप भी अपने डोर फर्नीचर की मरम्मत और इन्हें फूलने से सही कर सकते हैं।

इन पीली चीजों का इस्तेमाल करके तरुंत ठीक होंगे फूले हुए दरवाजे
हम जिन दो चीजों की बात कर रहे हैं वह है सरसों का तेल और नींबू यह दोनों चीज दरवाजा और खिड़कियों को सही करने में और इन्हें फूलने से बचाती है सबसे पहले आपको इसके लिए एक बाउल में सरसों का तेल लेना है उसमें बराबर मात्रा में ही नींबू का रस भी मिलाना होगा फिर इस मिक्सचर को उन जगहों पर लगाएं जहां दरवाजे और खिड़कियां सीलन से फूल गई है इसके बाद उसे कुछ देर के लिए ऐसे ही खुला रहने दे और फिर आप कुछ देर बाद देखेंगे की यह धीरे-धीरे सही होना शुरू हो जाएंगे इस नुस्खे की मदद से आपके अटक रहे दरवाजे और खिड़कियां भी आसानी से खुलने बंद होना शुरू हो जाएंगे और आपको किसी प्रॉब्लम का सामना भी नहीं करना पड़ेगा।
मोमबत्ती और वैसलीन का ऐसे करें इस्तेमाल
हम जिस दूसरी चीज की बात करने वाले हैं वह मोमबत्ती और वैसलीन है जिसकी मदद से भी आप खिड़की और दरवाजों की सीलन को ठीक कर सकते हैं, इसके लिए बस आपको इन दोनों चीजों का इस्तेमाल उसे जगह पर करना है जहां लकड़ी में फूलने की समस्या हो इससे पहले आप दरवाजा और खिड़कियों को रेतमाल यानी सेंडपेपर से रगड़ सकते हैं और इसके बाद ही मोमबत्ती या वैसलीन का इस्तेमाल इस पर कर सकते हैं। यह घरेलू ट्रिक अपनाकर भी आप बारिश के मौसम में सीलन की वजह से पहले खिड़की दरवाजों को बिना कारपेंटर बुलाए और महंगा खर्च करें सही कर सकते हैं और इसमें आपको किसी झंझट का भी सामना नहीं करना पड़ेगा।