चमेली के फूलों की संख्या बढ़ाने के लिए अपनाएं माली की ये सीक्रेट टिप्स, तोड़ते-तोड़ते थक जाओगे ढेरों फूल, आईये आपको कैसे चमेली के पौधे की ग्रोथ करनी है और इसे कैसे लगाना है इसके बारे में बताते है।
घर के गमले में ऐसे लगाएं चमेली का पौधा
गमले में सबसे पहले चमेली का पौधा लगाने के लिए आपको अच्छे जल निकासी वाली मिट्टी का चुनाव करना होगा उसके बाद आप इसमें 40% गोबर की खाद और रेट मिले चमेली के पौधे को ऐसी जगह पर रखें जहां पर्याप्त धूप और पर्याप्त पानी की व्यवस्था हो साथ ही पौधे को एक सपोर्ट के साथ बांधते आप इसे रस्सी के जरिए बन सकते हैं ताकि बेल उसे पर चढ़ सके।
आपको एक अच्छे जल निकासी वाले गमले का चुनाव करना होगा जिसमें जल निकासी के लिए छेद हो जब आपको मिट्टी का ऊपरी हिस्सा सुख दिखाई दे तब आप इसमें पानी दे मौसम के परिवर्तन के अनुसार आपको हर दो हफ्ते में अपने पौधे को संतुलित उर्वरक भी देना होगा जब पौधा खिलना समाप्त हो जाए तो आप इसकी नई वृद्धि के लिए इसकी छटाई जरूर करें।

चमेली का पौधा आपको नर्सरी से उपलब्ध हो जाएगा साथ ही आप इसके भी जो की बुवाई द्वारा भी इसे लगा सकते हैं बीज आपके बीज भंडार से मिल जाएंगे, आईये अब इस पौधे की ग्रोथ के लिए आपको इसमें और कौन-सी चीज मिलनी चाहिए इसके बारे में जानते हैं जिससे चमेली के पौधे में तेजी से पैदावार हो सके।
चमेली के पौधें की ग्रोथ बढ़ाने के लिए अपनाएं ये तरीका
- हम बात कर रहे हैं चायपत्ती के बारे में कई लोग बाजार में मिलने वाले केमिकल फर्टिलाइजर का इस्तेमाल करते हैं जिससे वह अपने फूल के पौधों की ग्रोथ अच्छी तरह से कर सके लेकिन इनके केमिकल हमारे पौधों को नुकसान पहुंचाते हैं यह पौधों की जल्दी ग्रोथ तो कर देते हैं लेकिन जड़ों को खराब कर देते हैं जिसे हमारा पौधा पूरी तरह से धीरे-धीरे मुरझाने लग जाता है।
- ऐसे में हमें कई नेचुरल चीजों का इस्तेमाल करना चाहिए चायपत्ती का इस्तेमाल करने के लिए आप रात भर चाय पत्ती को पानी के साथ उबालकर रख दे सुबह इसे आप अपने पौधे की मिट्टी के साथ चायपत्ती को खाद के रूप में मिलाएं और इसके पानी को पौधे की जड़ों में डाल दे इससे आपके पौधे में अच्छा पैदावार होना शुरू हो जाएगा।
- रोग संक्रमण से भी आपके पौधे बचे रहेंगे चाय पत्ती एक बहुत ही बढ़िया और सस्ती फर्टिलाइजर के रूप में काम करती है जो कि पौधों में जरूरी पोषक तत्वों की कमी को पूरा करके उनके विकास में सहायक होती है, इस खाद का इस्तेमाल आप हफ्ते में 2 से 3 बार जरूर करें।